हरियाणा राज्य का नाम आते ही हरित प्रदेश और प्रसिद्ध संस्कृति की सहज याद आ जाती है। हरियाणा राज्य से जुड़ा व्यक्ति कहीं भी जाये वह अपनी पारम्परिक सभ्यता और संस्कृति को कभी नही भूलता। अपने जीवन यापन के लिए वह व्यक्ति जहाँ भी जाता है अपनी संस्कृति को साथ लेकर जाता है व उसे संजोकर रखने का भरपूर पर्यास करता है। कुछ ऐसी ही कहानी आँध्रप्रदेश में गत 250 वर्षों में आये हरियाणा मूल के प्रवासियों की है। प्रदेश में रहते हुए अपना जीवन यापन करते हुए न केवल प्रदेश की प्रगति में कंधे से कन्धा मिलाकर चले अपितु हरियाणा की संस्कृति व अपनी एकता को बनाये रखा। आंध्र प्रदेश की राजधानी (आज तेलंगाना की राजधानी) में कुछ हरियाणा प्रवासी भाईओं के अनुकरणीय प्रयासों से हैदराबाद सिकंदराबाद में हरियाणा नागरिक संघ का 1989 में जन्म हुआ। अपनी रजत जयंती मना रहे हरियाणा नागरिक संघ के गठन की कहानी काफी दिलचस्प हैं। read more